बनारस की दिव्यांग बेटी चित्रकार पूनम राय यदुवंशी, शैफाली पांडेय और दयानंद ने देश के अन्य पांच चित्रकारों के साथ चित्रकारी का विश्व कीर्तिमान रचा है। इन चित्रकारों ने चार फुट चौड़े और 50 फुट लंबे कैनवास पर हिमाचल प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया है।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू मनाली में कीर्तिमान बनाने के लिए आयोजित चित्रकारी कार्यशाला में कुल आठ चित्रकारों ने सुबह 10 से रात 1 बजे तक लगातार चित्रकारी की। फाइन आर्ट्स सलूशन नामक दिल्ली की संस्था की ओर से आयोजित कार्यशाला में 15 घंटे में विशाल पेंटिंग तैयार करने का विश्व कीर्तिमान बनाया है। इस दौरान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम भी वहां रही। पल-पल की वीडियो रिकार्डिंग भी की गई।
उल्लेखनीय है कि पूनम राय यदुवंशी ने इससे पूर्व भी कई कीतिर्मान अपने नाम किए हैं। बनारस के तीन चित्रकारों के अतिरिक्त इस कीर्तिमान को रचने में दिल्ली के कुमार अमलेंदु, बबिता राय, शालू वर्मा, धर्मेंद्र शर्मा और प. बंगाल के रवींद्रनाथ दास थे। सफलता पूर्वक लक्ष्य हासिल करने के बाद सभी को मेडल और प्रमाणपत्र दिया गया।